हर साल लाखों टैक्सपेयर्स इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं और उन्हें अपने टैक्स रिफंड का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस बार सरकार ने रिफंड प्रोसेस को पहले से कहीं ज्यादा तेज और आसान बनाया है। अगर आपने ज्यादा टैक्स जमा कर दिया है, तो रिफंड सीधे आपके बैंक खाते में भेजा जाता है।
कई बार यह इंतजार लंबा हो जाता है, लेकिन इस साल इनकम टैक्स विभाग ने ऑटोमेशन और नई टेक्नोलॉजी की मदद से रिफंड प्रोसेसिंग में काफी सुधार किया है। अब अगर सब दस्तावेज सही हैं, तो टैक्सपेयर्स को कम वक्त में उनका पैसा मिल सकता है।
फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के लिये आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख बढ़ाकर 15 सितंबर 2025 कर दी गई है। अधिक केसों में देखा गया है कि समय से और सही जानकारी के साथ रिटर्न फाइल करने पर रिफंड जल्दी मिल जाता है।
Income Tax Return 2025
सरकार का दावा है कि रिफंड प्रक्रिया बिल्कुल पारदर्शी और उपयोगकर्ता–अनुकूल बनाई गई है। औसतन, ई-वेरीफाई होने के बाद रिफंड क्रेडिट होने में लगभग 10 दिनों का समय लग रहा है। कुछ मामलों में रिफंड फाइलिंग के 7 से 20 दिन के भीतर मिल भी सकता है, जबकि अधिकतम सीमा 4 से 5 हफ्तों तक मानी जाती है।
नीचे टेबल में रिफंड टाइमलाइन और जरूरी बातें देख सकते हैं:
प्रक्रिया | औसतन समय | न्यूनतम | अधिकतम |
---|---|---|---|
रिटर्न फाइल व ई-वेरिफिकेशन | फ़ाइलिंग के बाद तुरंत | — | — |
रिफंड प्रोसेसिंग | 7 – 20 दिन | 7 दिन | 5 हफ्ते |
मनी ट्रांसफर | प्रोसेसिंग के बाद 1-2 दिन | — | — |
डिले की स्थिति | असामान्य केस | — | 9 महीने* |
*ज़रूरी नोट: यदि जाँच या कानूनी जांच चल रही हो तो अधिकतम टाइमलाइन बढ़ सकती है।
रिफंड प्राप्त करने के लिए कौन सी स्कीम है
यह रिफंड इनकम टैक्स एक्ट 1961 के अनुसार मिलता है, जिसमें यदि टैक्सपेयर्स ने जरूरी से ज्यादा टैक्स भर दिया है, तो उसे ब्याज के साथ रिफंड दिया जाता है। इसके लिए किसी अलग स्कीम की जरूरत नहीं होती, बस रिटर्न सही समय पर और ई-वेरिफिकेशन के साथ फाइल होना चाहिए।
रेकॉर्ड के अनुसार, जिनकी रिटर्न और डॉक्युमेंट्स में कोई मिस्टेक नहीं है, उनको रकम जल्दी मिल जाती है। अगर सालभर में आपको ब्याज के साथ रिफंड मिलता है, तो यह 0.5% हर महीने के हिसाब से जुड़ता है।
सरकार ने इस बार धोखाधड़ी रोकने के लिए कई स्टेप उठाए हैं। ऐसे में जिन टैक्सपेयर्स का पिछला रिकॉर्ड पेंडिंग है या जांच चल रही है, उनकी रिफंड प्रोसेसिंग में देरी हो सकती है।
सही तरीके से रिफंड पाने के स्टेप्स
रिफंड पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि ITR समय पर फाइल करें और सभी डिटेल्स पूरी और सही भरें। इसके साथ ही, ई-वेरिफिकेशन जरूर करें, वरना रिटर्न प्रोसेस ही नहीं होगा।
- बैंक अकाउंट और IFSC कोड एकदम सही दर्ज करें।
- पैन और आधार आपस में लिंक रखें।
- अपने ईमेल और मोबाइल नंबर न्यूतम अपडेट हो।
- अगर कोई डिपार्टमेंट का नोटिस या ईमेल आए, तो उसका जवाब समय से दें।
सरकार क्या सुविधा दे रही है
सरकार ने आईटीआर फाइलिंग और रिफंड क्लेम की प्रोसेसिंग को स्मार्ट और फास्ट बनाने के लिए कई तकनीकी बदलाव किए हैं। अब सबमिट होते ही प्रोसेसिंग शुरू हो जाती है और अधिकतर मामलों में 10-20 दिन के अंदर पैसा मिल जाता है।
इसके अलावा, टैक्सपेयर्स को ट्रांसपेरेंसी मिले, इसके लिए ऑनलाइन रिफंड स्टेटस चेक सुविधा भी है। जिससे आप कभी भी अपना रिफंड स्टेटस देख सकते हैं। अगर रिफंड लेट है, तो सरकार आपको ब्याज के साथ राशि देती है।
संक्षिप्त जरूरी तथ्य
अगर आपने सभी नियमों के साथ सही डिटेल्स में और समय रहते आईटीआर फाइल किया है तो यह उम्मीद रख सकते हैं कि आपको 7 से 20 दिन, या अधिकतम 4-5 हफ्तों में रिफंड मिलेगा। देरी की स्थिति में स्टेटस जरूर चेक करें और जरूरी डॉक्युमेंट्स अपडेट रखें।
इसी तरह अगर आपके किसी वर्ष की रिटर्न या असेसमेंट पेंडिंग है, तो पहले उसे क्लियर कराएं। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी, ऑटोमैटेड और तेज है, ताकि टैक्सपेयर्स बिना भागदौड़ के अपना पैसा पा सकें।